📘 Bihar Board 2026 सामाजिक विज्ञान लघु-दीर्घ उत्तरीय प्रश्न | खण्ड-ब Complete Solution class-10
0TEACH YTOctober 29, 2025
📘 Bihar Board 2026 - सामाजिक विज्ञान Short/Long Answer Practice
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📜 इतिहास (History) - लघु उत्तरीय प्रश्न (किन्हीं 3 का उत्तर दें - प्रत्येक 2 अंक)
1️⃣ ऐतिहासिक भौतिकवाद से आप क्या समझते हैं?
ऐतिहासिक भौतिकवाद कार्ल मार्क्स का सिद्धांत है जो कहता है कि मानव इतिहास का विकास आर्थिक और भौतिक परिस्थितियों द्वारा निर्धारित होता है। इसके अनुसार समाज की आर्थिक संरचना ही राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थाओं को प्रभावित करती है।
2️⃣ फ्रांस द्वारा हिन्द-चीन को उपनिवेश बनाने का प्रारंभिक उद्देश्य क्या था?
फ्रांस का मुख्य उद्देश्य व्यापारिक लाभ प्राप्त करना, कच्चा माल प्राप्त करना, और ईसाई मिशनरियों को सुरक्षा प्रदान करना था। इसके साथ ही फ्रांस अपना साम्राज्यवादी विस्तार करना चाहता था और एशिया में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता था।
3️⃣ ब्रिटिश आर्थिक नीतियों का भारतीय कृषि पर क्या प्रभाव पड़ा?
ब्रिटिश नीतियों के कारण भारतीय कृषि का पतन हुआ। किसानों पर अत्यधिक कर का बोझ पड़ा, खाद्यान्न फसलों की जगह नकदी फसलों को बढ़ावा मिला, परंपरागत कृषि व्यवस्था नष्ट हुई, और किसान कर्जदार बनते गए। इससे अकाल और गरीबी बढ़ी।
4️⃣ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना किन परिस्थितियों में हुई?
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 1885 में ए.ओ. ह्यूम द्वारा की गई। उस समय भारतीयों में राजनीतिक जागरूकता बढ़ रही थी, शिक्षित मध्यम वर्ग का विकास हो रहा था, और ब्रिटिश शासन के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा था। इन परिस्थितियों में एक राष्ट्रीय मंच की आवश्यकता महसूस हुई।
5️⃣ 'स्वर्णिम मध्यमवर्गीय' नीति का अवलम्बन किसने और क्यों किया?
'स्वर्णिम मध्यमवर्गीय' नीति को हो-ची-मिन्ह ने अपनाया था। यह नीति वियतनामी राष्ट्रीय आंदोलन में विभिन्न वर्गों को एकजुट करने के लिए थी। इसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों - किसान, मजदूर और मध्यम वर्ग को फ्रांसीसी उपनिवेशवाद के खिलाफ एकजुट करना था।
6️⃣ वियना कांग्रेस का क्या उद्देश्य था?
वियना कांग्रेस (1815) का मुख्य उद्देश्य नेपोलियन युद्धों के बाद यूरोप में शांति और स्थिरता की स्थापना करना था। इसमें यूरोप के राजाओं ने नेपोलियन द्वारा हुए परिवर्तनों को पूर्ववत करना, राजतंत्रों को बहाल करना और यूरोप में शक्ति संतुलन स्थापित करना तय किया।
📜 इतिहास (History) - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (किसी 1 का उत्तर दें - प्रत्येक 4 अंक)
7️⃣ राष्ट्रवाद आधुनिक विश्व की राजनैतिक जागृति का प्रतिफल किस प्रकार है? विवेचना करें।
राष्ट्रवाद 18वीं-19वीं सदी में एक शक्तिशाली विचारधारा के रूप में उभरा। यह राजनीतिक जागृति का परिणाम था जिसमें लोगों ने अपनी सामूहिक पहचान, भाषा, संस्कृति और इतिहास को पहचाना। फ्रांसीसी क्रांति और अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम ने राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया। यूरोप में इटली और जर्मनी का एकीकरण, और एशिया-अफ्रीका में उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन राष्ट्रवाद के प्रमुख उदाहरण हैं। राष्ट्रवाद ने लोगों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया और स्वतंत्रता की भावना को बल दिया।
8️⃣ भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में गाँधीजी की भूमिका बताइए।
महात्मा गाँधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे प्रमुख नेता थे। उन्होंने सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांतों पर आधारित आंदोलन चलाए। चंपारण सत्याग्रह (1917), खेड़ा सत्याग्रह (1918), असहयोग आंदोलन (1920-22), नमक सत्याग्रह या दांडी मार्च (1930), और भारत छोड़ो आंदोलन (1942) उनके प्रमुख आंदोलन थे। गाँधीजी ने आम जनता को राजनीति में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और ब्रिटिश शासन की नींव हिला दी। उनकी अहिंसक नीति पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत बनी।
🏛️ राजनीति विज्ञान (Political Science) - लघु उत्तरीय प्रश्न (किन्हीं 2 का उत्तर दें - प्रत्येक 2 अंक)
9️⃣ राज्य वित्त आयोग का प्रमुख कार्य क्या है?
राज्य वित्त आयोग का मुख्य कार्य राज्य और स्थानीय निकायों (पंचायत और नगरपालिका) के बीच वित्तीय संसाधनों के वितरण के सिद्धांत निर्धारित करना है। यह आयोग प्रत्येक पाँच वर्ष में गठित होता है और सिफारिशें देता है कि राज्य के राजस्व का कितना हिस्सा स्थानीय निकायों को दिया जाए।
🔟 सूचना का अधिकार किस प्रकार उत्तरदायी लोकतंत्र के लिए लाभदायक है?
सूचना का अधिकार (RTI Act, 2005) नागरिकों को सरकारी कामकाज की जानकारी प्राप्त करने का अधिकार देता है। यह सरकार को पारदर्शी और जवाबदेह बनाता है, भ्रष्टाचार को रोकने में मदद करता है, और नागरिकों को सशक्त बनाता है। इससे लोकतंत्र में जनता की भागीदारी बढ़ती है और सरकारी निर्णयों में पारदर्शिता आती है।
1️⃣1️⃣ दोहरी शासन व्यवस्था से आप क्या समझते हैं?
दोहरी शासन व्यवस्था (Dyarchy) 1919 के भारत सरकार अधिनियम (मांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार) द्वारा लागू की गई थी। इसके तहत प्रांतीय विषयों को दो भागों में बाँटा गया - आरक्षित विषय (गवर्नर के अधीन) और हस्तांतरित विषय (निर्वाचित मंत्रियों के अधीन)। यह व्यवस्था सफल नहीं रही क्योंकि वास्तविक शक्तियाँ ब्रिटिश अधिकारियों के पास ही थीं।
1️⃣2️⃣ सत्ता के क्षैतिज वितरण से क्या अभिप्राय है?
सत्ता का क्षैतिज वितरण का अर्थ है सरकार के तीन अंगों - विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच शक्तियों का बँटवारा। ये तीनों अंग एक ही स्तर पर कार्य करते हैं और एक-दूसरे पर नियंत्रण रखते हैं (Checks and Balances)। यह व्यवस्था शक्ति के केंद्रीकरण को रोकती है और लोकतंत्र को मजबूत बनाती है।
🏛️ राजनीति विज्ञान (Political Science) - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (किसी 1 का उत्तर दें - प्रत्येक 4 अंक)
1️⃣3️⃣ नगर-निगम के प्रमुख अंगों का वर्णन करें।
नगर निगम शहरी क्षेत्रों के लिए स्थानीय स्वशासन की इकाई है। इसके तीन प्रमुख अंग हैं: 1. नगर निगम परिषद (Municipal Corporation Council): यह निर्वाचित सदस्यों (पार्षद/Corporators) से मिलकर बनती है जो नीतियाँ बनाती है और बजट पास करती है। 2. महापौर (Mayor): यह निगम का औपचारिक मुखिया होता है जो बैठकों की अध्यक्षता करता है। 3. आयुक्त (Commissioner): यह राज्य सरकार द्वारा नियुक्त प्रशासनिक मुखिया होता है जो दैनिक कार्यों का संचालन करता है।
नगर निगम जल आपूर्ति, सफाई, सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सेवाएँ आदि प्रदान करता है।
1️⃣4️⃣ वर्तमान भारतीय राजनीति में लोकतंत्र की कौन-कौन सी चुनौतियाँ हैं? विवेचना करें।
वर्तमान भारतीय लोकतंत्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियाँ हैं: 1. भ्रष्टाचार: राजनीति और प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार जनता के विश्वास को कमजोर करता है। 2. जातिवाद और सांप्रदायिकता: जाति और धर्म के आधार पर वोट बैंक की राजनीति लोकतंत्र को कमजोर करती है। 3. आपराधिकरण: आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों की राजनीति में बढ़ती भागीदारी चिंता का विषय है। 4. असमानता: आर्थिक और सामाजिक असमानता लोकतांत्रिक मूल्यों को प्रभावित करती है। 5. निरक्षरता और जागरूकता की कमी: अशिक्षित मतदाता सही निर्णय नहीं ले पाते।
इन चुनौतियों से निपटने के लिए शिक्षा, जागरूकता और कानून के सख्त प्रवर्तन की आवश्यकता है।
💰 अर्थशास्त्र (Economics) - लघु उत्तरीय प्रश्न (किन्हीं 2 का उत्तर दें - प्रत्येक 2 अंक)
1️⃣5️⃣ मानव विकास सूचकांक से क्या अभिप्राय है?
मानव विकास सूचकांक (HDI - Human Development Index) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा तैयार किया गया एक सूचकांक है जो किसी देश के विकास को मापता है। यह तीन मापदंडों पर आधारित है - जीवन प्रत्याशा (स्वास्थ्य), शिक्षा स्तर, और प्रति व्यक्ति आय (जीवन स्तर)। HDI 0 से 1 के बीच होता है, जहाँ 1 सर्वोच्च विकास को दर्शाता है।
1️⃣6️⃣ आर्थिक क्रिया क्या होती है?
आर्थिक क्रिया वह मानवीय क्रिया है जो धन या आय अर्जित करने के उद्देश्य से की जाती है। इसमें वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन, वितरण और उपभोग शामिल है। उदाहरण - कृषि, उद्योग, व्यापार, बैंकिंग, परिवहन आदि। आर्थिक क्रिया से मनुष्य अपनी भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
1️⃣7️⃣ विश्व व्यापार संगठन (WTO) के गठन का उद्देश्य क्या था?
विश्व व्यापार संगठन (WTO) की स्थापना 1 जनवरी 1995 को हुई थी। इसके मुख्य उद्देश्य हैं - अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देना, व्यापार संबंधी बाधाओं को कम करना, सदस्य देशों के बीच व्यापारिक विवादों का निपटारा करना, और मुक्त एवं निष्पक्ष व्यापार को प्रोत्साहित करना। WTO का मुख्यालय जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में है।
1️⃣8️⃣ दोहरी गणना से आप क्या समझते हैं?
दोहरी गणना (Double Counting) वह त्रुटि है जो राष्ट्रीय आय की गणना में किसी वस्तु या सेवा के मूल्य को एक से अधिक बार जोड़ने पर होती है। उदाहरण के लिए, यदि कपास, धागा और कपड़े तीनों के मूल्य को अलग-अलग जोड़ा जाए तो दोहरी गणना होगी। इससे बचने के लिए केवल अंतिम उत्पाद या मूल्य वर्धन विधि का प्रयोग किया जाता है।
💰 अर्थशास्त्र (Economics) - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (किसी 1 का उत्तर दें - प्रत्येक 4 अंक)
1️⃣9️⃣ देश के आर्थिक विकास में आधारिक संरचना की भूमिका की विवेचना करें।
आधारिक संरचना (Infrastructure) किसी देश के आर्थिक विकास की नींव है। इसमें सड़क, रेलवे, बंदरगाह, हवाई अड्डे, बिजली, पानी, संचार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ शामिल हैं। आर्थिक विकास में भूमिका: 1. उत्पादकता में वृद्धि: बेहतर बुनियादी ढाँचा उत्पादन को बढ़ाता है। 2. रोजगार सृजन: बुनियादी ढाँचे के विकास से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं। 3. व्यापार में सुविधा: परिवहन और संचार सुविधाओं से व्यापार आसान होता है। 4. निवेश आकर्षण: अच्छी आधारभूत संरचना विदेशी निवेश को आकर्षित करती है। 5. जीवन स्तर में सुधार: स्वास्थ्य, शिक्षा और जल आपूर्ति से जीवन की गुणवत्ता बढ़ती है।
इस प्रकार आधारिक संरचना आर्थिक विकास की गति तय करती है।
2️⃣0️⃣ उपभोक्ता संरक्षण हेतु सरकार द्वारा गठित न्यायिक प्रणाली का वर्णन करें।
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 (2019 में संशोधित) के तहत भारत में त्रिस्तरीय न्यायिक प्रणाली बनाई गई है: 1. जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (District Forum): यह जिला स्तर पर कार्य करता है। वस्तु या सेवा का मूल्य 1 करोड़ रुपये तक की शिकायतों को सुनता है। 2. राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (State Commission): यह राज्य स्तर पर कार्य करता है। 1 करोड़ से अधिक और 10 करोड़ रुपये तक की शिकायतों को सुनता है। जिला फोरम के निर्णयों के विरुद्ध अपील भी यहाँ की जा सकती है। 3. राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (National Commission): यह राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करता है। 10 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की शिकायतें सुनता है और राज्य आयोग के निर्णयों के विरुद्ध अपील भी यहाँ की जाती है।
यह प्रणाली उपभोक्ताओं को त्वरित और सस्ता न्याय प्रदान करती है।
🌍 भूगोल (Geography) - लघु उत्तरीय प्रश्न (किन्हीं 3 का उत्तर दें - प्रत्येक 2 अंक)
2️⃣1️⃣ जल संरक्षण एवं प्रबंधन की क्या आवश्यकता है?
जल संरक्षण की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि पृथ्वी पर उपलब्ध मीठे पानी की मात्रा सीमित है। बढ़ती जनसंख्या, औद्योगीकरण, शहरीकरण और कृषि के विस्तार से जल की माँग लगातार बढ़ रही है। भूजल स्तर गिर रहा है, नदियाँ प्रदूषित हो रही हैं, और सूखे की स्थिति बढ़ रही है। जल संरक्षण से भविष्य की पीढ़ियों के लिए जल उपलब्ध रहेगा, पारिस्थितिकी संतुलन बना रहेगा और सतत विकास संभव होगा।
2️⃣2️⃣ रोपण कृषि को एक उदाहरण सहित परिभाषित करें।
रोपण कृषि (Plantation Agriculture) एक प्रकार की व्यावसायिक कृषि है जिसमें बड़े क्षेत्र में एक ही फसल (नकदी फसल) उगाई जाती है। इसमें आधुनिक तकनीक, पूँजी और श्रमिकों का उपयोग होता है। उत्पादन मुख्यतः निर्यात के लिए होता है। उदाहरण - चाय, कॉफी, रबड़, गन्ना, नारियल आदि। भारत में असम में चाय के बागान, केरल में रबड़ के बागान रोपण कृषि के उदाहरण हैं।
2️⃣3️⃣ मृदा संरक्षण हेतु कोई दो उपाय बताइए।
मृदा संरक्षण के दो प्रमुख उपाय हैं: 1. समोच्च जुताई (Contour Ploughing): पहाड़ी क्षेत्रों में ढाल के समानांतर जुताई करने से मिट्टी का कटाव कम होता है और जल संरक्षण होता है। 2. वनीकरण (Afforestation): वृक्षारोपण से मिट्टी की जड़ें मजबूत रहती हैं, कटाव रुकता है, जैविक पदार्थ बढ़ता है और मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है।
अन्य उपाय - सीढ़ीनुमा खेत (Terrace Farming), पट्टी कृषि, फसल चक्र, पशु चारागाह प्रबंधन आदि।
2️⃣4️⃣ संसाधन नियोजन से क्या अभिप्राय है?
संसाधन नियोजन (Resource Planning) का अर्थ है संसाधनों की पहचान, उनकी उपलब्धता का आकलन करना और उनका सही ढंग से उपयोग करने की योजना बनाना। इससे संसाधनों का अपव्यय रुकता है, सतत विकास संभव होता है और भविष्य के लिए संसाधन सुरक्षित रहते हैं। भारत जैसे विविधता वाले देश में संसाधन नियोजन और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि विभिन्न क्षेत्रों में संसाधनों का वितरण असमान है।
2️⃣5️⃣ कार्बनिक खनिज से आप क्या समझते हैं?
कार्बनिक खनिज (Organic Minerals) वे खनिज हैं जो प्राचीन काल के जीवों और पौधों के अवशेषों से बने हैं। इनमें कार्बन और हाइड्रोजन की मुख्य भूमिका होती है। ये ईंधन के रूप में उपयोग किए जाते हैं। प्रमुख उदाहरण - कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि। ये जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuels) भी कहलाते हैं और ये गैर-नवीकरणीय संसाधन हैं।
2️⃣6️⃣ जनसंख्या घनत्व से क्या अभिप्राय है?
जनसंख्या घनत्व (Population Density) का अर्थ है किसी क्षेत्र में प्रति वर्ग किलोमीटर में रहने वाले लोगों की औसत संख्या। इसकी गणना इस प्रकार होती है: जनसंख्या घनत्व = कुल जनसंख्या ÷ कुल क्षेत्रफल (वर्ग कि.मी.)
उदाहरण - यदि किसी क्षेत्र में 1000 वर्ग कि.मी. में 50,000 लोग रहते हैं तो घनत्व = 50,000 ÷ 1000 = 50 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. होगा। भारत में बिहार का जनसंख्या घनत्व सबसे अधिक है।
🌍 भूगोल (Geography) - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (किसी 1 का उत्तर दें - प्रत्येक 4 अंक)
2️⃣7️⃣ भारत के प्रमुख राष्ट्रीय जलमार्गों की व्याख्या कीजिए।
भारत में कुल 111 राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किए गए हैं। प्रमुख राष्ट्रीय जलमार्ग निम्नलिखित हैं: 1. राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (NW-1): इलाहाबाद (प्रयागराज) से हल्दिया तक गंगा-भागीरथी-हुगली नदी प्रणाली पर (1620 किमी)। यह भारत का सबसे लंबा और व्यस्त जलमार्ग है। 2. राष्ट्रीय जलमार्ग-2 (NW-2): ब्रह्मपुत्र नदी पर सदिया से धुबरी तक (891 किमी), असम में स्थित। 3. राष्ट्रीय जलमार्ग-3 (NW-3): केरल में पश्चिमी तटीय नहर (कोल्लम से कोट्टापुरम तक, 205 किमी) और चंपाकरा व उद्योगमंडल नहरों पर। 4. राष्ट्रीय जलमार्ग-4 (NW-4): गोदावरी-कृष्णा नदी प्रणाली (1095 किमी)।
जलमार्ग परिवहन सस्ता, पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा बचत वाला है।
2️⃣8️⃣ वनों के पर्यावरणीय महत्व पर टिप्पणी लिखें।
वनों का पर्यावरणीय महत्व अत्यधिक है: 1. वायु शुद्धिकरण: वन कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे वायु शुद्ध होती है। 2. जलवायु नियंत्रण: वन तापमान को नियंत्रित करते हैं और वर्षा में सहायक होते हैं। 3. मृदा संरक्षण: वनों की जड़ें मिट्टी को बांधे रखती हैं और कटाव रोकती हैं। 4. जैव विविधता संरक्षण: वन विभिन्न प्रजातियों के जीव-जंतुओं और पौधों का आवास हैं। 5. जल चक्र नियमन: वन वर्षा जल को संचित करते हैं और भूजल स्तर बनाए रखते हैं। 6. बाढ़ और सूखा नियंत्रण: वन प्राकृतिक आपदाओं को रोकने में सहायक हैं।
इस प्रकार वन पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
🚨 आपदा प्रबंधन (Disaster Management) - लघु उत्तरीय प्रश्न (किन्हीं 2 का उत्तर दें - प्रत्येक 2 अंक)
2️⃣9️⃣ बाढ़ के प्रकोप को कम करने के उपाय सुझाइये।
बाढ़ के प्रकोप को कम करने के उपाय: 1. वनीकरण: वृक्षारोपण से जल अवशोषण बढ़ता है और बाढ़ की तीव्रता कम होती है। 2. नदी तटबंध निर्माण: नदियों के किनारे मजबूत तटबंध बनाने से बाढ़ के पानी को नियंत्रित किया जा सकता है। 3. बाँध और जलाशय: बाँध बनाकर अतिरिक्त जल को संचित किया जा सकता है। 4. नदी गहरीकरण: नदियों की गाद निकालकर उन्हें गहरा करने से जल प्रवाह बेहतर होता है। 5. बाढ़ पूर्व चेतावनी प्रणाली: पूर्वानुमान तंत्र से लोगों को समय पर सतर्क किया जा सकता है।
3️⃣0️⃣ सूखे के लिए उत्तरदायी कारक क्या हैं?
सूखे के प्रमुख कारक हैं: 1. अपर्याप्त वर्षा: लंबे समय तक कम या नहीं होने वाली वर्षा सूखे का मुख्य कारण है। 2. वनों की कटाई: वनों के नष्ट होने से वर्षा चक्र प्रभावित होता है। 3. जलवायु परिवर्तन: ग्लोबल वार्मिंग से मौसम के पैटर्न बदल रहे हैं। 4. भूजल का अत्यधिक दोहन: अत्यधिक भूजल उपयोग से जल स्तर गिरता है। 5. मृदा क्षरण: मिट्टी की जल धारण क्षमता कम होना।
3️⃣1️⃣ प्राकृतिक आपदा के समय अपनाए जाने वाले वैकल्पिक संचार माध्यम क्या है?
प्राकृतिक आपदा के दौरान जब सामान्य संचार व्यवस्था ठप हो जाए, तब वैकल्पिक संचार माध्यम महत्वपूर्ण हो जाते हैं: 1. रेडियो: बैटरी से चलने वाले रेडियो से आपातकालीन सूचना प्राप्त की जा सकती है। 2. सैटेलाइट फोन: सामान्य नेटवर्क के न होने पर भी काम करता है। 3. हैम रेडियो (Amateur Radio): आपदा प्रबंधन में बहुत उपयोगी। 4. वॉकी-टॉकी: छोटी दूरी के लिए प्रभावी। 5. सायरन और लाउडस्पीकर: जनसंचार के लिए उपयोगी।
3️⃣2️⃣ भूकंप एवं सुनामी का प्रभाव किन क्षेत्रों पर अधिक पड़ता है?
भूकंप प्रभावित क्षेत्र: भूकंप उन क्षेत्रों में अधिक आते हैं जो भूकंपीय पेटी (Seismic Belt) में स्थित हैं। भारत में हिमालय क्षेत्र, गुजरात का कच्छ क्षेत्र, उत्तर-पूर्वी राज्य, और दिल्ली-NCR भूकंप संभावित जोन में आते हैं। सुनामी प्रभावित क्षेत्र: सुनामी तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करती है, विशेषकर वे क्षेत्र जो प्रशांत महासागर, हिंद महासागर के तटों पर स्थित हैं। भारत में अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल का तटीय भाग सुनामी के प्रति संवेदनशील हैं।